Monday 20 April 2020

घर में बैठे बैठे ताज़ा करे स्कूल और दोस्तो के साथ बिताए पल इस कविता के द्वारा

https://teremerealfaaaz.blogspot.com/?m=1

इस लिंक पर क्लिक कर ताज़ा करिए स्कूल और दोस्तो के साथ बिताए दिन ।

Thursday 16 April 2020

भारत को बचाने के लिए सरकार के 20 कदम

"कोरोना को मात देने भारत है तैयार "
1.सरकार ने covid-19 इकोनोमिक रिस्पॉन्स टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की है । यह सभी हितधारकों के संपर्क में रहेगी , उनसे प्रतिक्रिया लेगी और उसके मुताबिक फैसले करेगी ।

2.गरीबों , प्रभावित लोगों और मजदूरों को ध्यान में रख कर 1.70 करोड़ रुपए के आर्थिक सहायता पैकेज का ऐलान किया गया है । 

3.प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग 80 करोड़ लोगो को तीन महीने तक 5 किलो अतिरिक्त गेहूं या चावल के साथ ही एक किलो दाल मिलेगी ।

4.नेशनल सोशल असिस्टेंट प्रोग्राम के तहत लगभग 3 करोड़ दिव्यांगो , वृद्धों और विधवाओं को तीन माह तक दो किश्तों में 1 हजार रूपए अतिरिक्त मिलेंगे । 

5. उज्जवला योजना के तहत पांच किलो का गैस सिलिंडर का इस्तेमाल कर रहे गरीब परिवारों को तीन महीनों तक आठ रिफिल और 14.2 किलो के सिलेंडर तक की छूट मिलेगी । 8.3 करोड़ गरीब महिलाओं को अगले तीन महीने तक मुफ्त में गैस सिलेंडर उपलब्ध होगा । 

6.पी एम किसान सम्मान योजना की पहली किस्त के रूप में 8.69 करोड़ किसानों को 13,855 करोड़ रुपए जारी किए गए है ।

7.मनरेगा के तहत पहले जहा मजदूरों को 182 रूपए रोज मिलते थे , अब 202 रूपए मिलेंगे ।

8.लगभग 20 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते में तीन महीने तक हर माह 500 रूपए ट्रांसफर किए जाएंगे । 

9.कोरोना वायरस महामारी से लडने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को प्रति व्यक्ति 50 लाख रुपए का बीमा कवर प्रदान किया गया ।

10.सहायता समूहों में महिलाओं और उनसे जुड़े 7 करोड़ परिवारों के स्वरोजगार के लिए कोलेट्रल फ्री लोन की राशि को दोगुना करके 20 लाख रुपए करने का फैसला ।

11.जहा 100 से कम कर्मचारी है या 90% कर्मचारी 15 हजार से कम वेतन पाते है उन संस्थानों के पी एफ खातो में सरकार तीन महीने तक कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को ही 12-12% के हिस्से का पैसा डालेगी ।

12. कोविड-19 से जुड़ी जानकारी प्रदान करने और लोगो को जागरूक करने के लिए आरोग्य सेतु नामक मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया । 

13.देशभर के लोगो को जरूरत का सामान आसानी से पहुंचाने के लिए 20 लाख खुदरा दुकानें खोलने की योजना , इनका नाम सुरक्षा स्टोर्स होगा ।

14.एक विशेष प्रावधान के तहत , अब कर्मचारी भविष्य निधि खाते से तीन माह का वेतन निकाला जा सकेगा । निकासी को सर्विस चार्ज से छूट दी गई है ।

15.व्यक्तियों और व्यवसायों को टैक्स रिफंड में 18,000 करोड़ रुपए की तत्काल मदद करने की घोषणा की गई है । 

16.वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 30 जून 2020 तक बढ़ाई गई । देरी से भुगतान पर ब्याज दर घटाकर 9% कर दी गई ।

17.मार्च , अप्रैल , मई के लिए जी.एस.टी रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा 30 जून 2020 तक बड़ा डी गई है । पांच करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाली कंपनियों को देरी से रिटर्न भरने पर कोई ब्याज या जुर्माना नहीं लगेगा ।

18.आधार को पेन कार्ड से जोड़ने की समय सीमा 31 मार्च से बढ़ाकर 30 जून 2020 कर दी गई है ।

19. कोविड-19 आपातकालीन प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली तत्परता पैकेज के रूप में 15,000 करोड़ रुपए मंजूर किए गए है । मरीजों के लिए 1 लाख बेड की व्यवस्था हो चुकी है । 600 से अधिक अस्पताल सिर्फ कोरोना का इलाज कर रहे है । स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पी पी ई किट , टेस्ट किट की पर्याप्त व्यवस्था की गई है । विदेशो से जल्दी टेस्ट रिजल्ट देने वाली किट इंपोर्ट की जा रही है ।

20.देश भर में 21 दिनों के लोक डाउन से कोरोना नियंत्रण में काफी सफलता मिली है । अभी थोड़ी कसर बाकी है जिसको देखते हुवे प्रधानमंत्री ने लोक डाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाई है ।

*जानकारी अच्छी लगे तो शेयर जरुर कीजिए 

Monday 13 April 2020

*मुख्यमंत्री अध्यक्षता में हुई उच्च-स्तरीय बैठक में प्रदेश सरकार ने यह किया तय_*

_*1*. सभी जिलों में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। जिलों के दो वर्ग होंगे। ए वर्ग में वे जिले होंगे जहां 14 अप्रैल तक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है। वर्ग बी में वह जिलेे होंगे जहां पॉजिटिव केस मिल चुके हैं या 14 अप्रैल तक और मिलने की आशंका है।_
_ए वर्ग वाले जिलों में कुछ रियायतें दी जाएंगी।_
_बी वर्ग वाले जिलों में प्रतिबंध पूरी तरह से जारी रहेगा।_
_*2*. जिलों में चिह्नित किए गए हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में किसी भी तरह का मूवमेंट पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। यहां प्रशासन राशन और अन्य जरूरी सामान की व्यवस्था करेगा।_
_*3*. 30 अप्रैल तक प्रदेश में कहीं भी पांच से अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध रहेेगा और धारा 144 लागू रहेगी।_
_*4*. 31 मई तक पूरे प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग की नीति भी इसी तारीख तक लागू रहेगी।__
_*6*. वर्ग बी के जिलों की सीमाएं सील रहेंगी और सामान का परिवहन भी जिलों की सीमा के अंदर नहीं होगा। वर्ग ए के जिलों में जिलाधिकारी की अनुमति से परिवहन में रियायत दी जा सकती है। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच कोई आवागमन नहीं होगा। वर्तमान में लागू पास मान्य होंगे। स्वास्थ्य परीक्षण आदि जारी रहेगा।_
_*7*. हॉटस्पॉट वाले इलाकों को छोड़कर जोखिम का आकलन कर डीएम निर्माण, औद्योगिक उत्पादन और खनन की अनुमति दे सकेंगे।_
_*8*. स्टांप एवं रजिट्रेशन की सभी जिलों में नियमों के अधीन अनुमति।_

👉🏻 *_ये भी हुआ तय_*
_*9*. *ये रहेंगे बंद* : होटल, धर्मशाला, होम स्टे, मॉल, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, जिम, रेस्टूरेंट, बार, धार्मिक संस्थान आदि बंद रहेंगे। जिलाधिकारी की अनुमति के बिना किसी कार्मिक या अन्य व्यक्ति को हटाया नहीं जाएगा।_
_*10*. हॉटस्पॉट को छोड़कर इनको रहेगी अनुुमति : खेती किसानी, बागवानी, मौन पालन, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन, कटाई बुवाई आदि को अनुमित रहेगी। राज्य की सीमा से बाहर और वर्ग बी वाले जिलों से श्रमिक नहीं लाए जा सकेंगे।_
_*11*. 15 मई तक प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।_
_*12*. अस्पतालों आदि को छोड़कर 15 मई तक प्रदेश मे एयर कंडीशनर के उपयोग पर भी रोक।_
_*13*. रियायत : वर्ग ए वाले जिलों के बीच सात बजे से लेकर एक बजे के बीच खुद के वाहनों से यात्रा हो सकेगी। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच वाहन नहीं चलेेंगे, केवल आवश्यक सामान की ढुलाई हो सकेगी।_
_*14*. वर्ग ए वाले जिलों सहित अगर कहीं कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आते हैं तो प्रतिबंध अधिक सख्त किए जाएंगे।_
_*15*. क्वारंटीन होने वालों को इधर-उधर आने-जाने की इजाजत नहीं होगी।_
_*16*. सभी निजी अस्पताल और अन्य चिकित्सीय संस्थाएं प्रदेश में खुली रहेंगी और सोशल  डिस्टेंस नीति का पालन होगा।_
_*17*. सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनरेगा को वर्ग ए जिलों में अनुमति होगी।_

Saturday 11 April 2020

दुनियाभर में कोरोनावायरस के तीन टाइप , अमेरिका में "ए" टाइप से तबाही

इम्यून सिस्टम कमजोर करने के लिए लगातार बदल रहा :

 टाइप - ए ÷

* चमगादड और पेंगोलिन में मिले कोरोनावायरस जैसा 
* दुनियाभर में फैलाव की जड़ वायरस का यही प्रकार माना गया
* चीन में धीरे धीरे पर पूरी दुनिया में तेजी से फैला

टाइप - बी ÷ 


* वुहान में पाए गए वायरस का ही परिवर्तित रूप है 
* ए टाइप में मयुटेशन से बना , फैलाव की जड़ इसे है माना
* चीन में धीरे धीरे पर पूरी दुनिया में तेजी से फैला 

टाइप - सी ÷


* टाइप टू की ही संतति है , एक ही मयुटेशन अलग दिखता है 
* यूरोप में यह वाला प्रकार सिंगापुर के जरिए फैला 
* यह पहले दो प्रकरो जितना घातक नहीं है 

Tuesday 7 April 2020

मध्य प्रदेश शासन ने आमजन कि सुविधा के लिए जारी किए नंबर

राज्य शासन का हेल्पलाइन नंबर : 181
* स्वास्थ्य विभाग भोपाल का नंबर : 0755-2537253/2411180
* संधिग्ध मरीजों की जानकारी देने के लिए : 07312567333
* सैनी टाइजेशन रिस्पॉन्स टीम : 7440443323/8839811588
* सर्दी खासी होने पर वॉट्सएप पर वीडियो कॉल से ले परामर्श : 74892-44895



Beware: fraudulent business in the name of Corona test kit

Kits are being sold for 40 thousand in the name of investigation at home

 * Frustrated to send the kit from courier after online payment

 * Messages are being sent to people from all over the state including Indore, Ujjain

 * The reality is that no such test kit has been made yet

 * Products are launched only after license and government approval
Viral message :
Hey guys, 
Good news for 
M.P. now
Covid-19 Rapid test kit
is available in our state 
also . The test gives you
results instantly just
like diabetic/pregnancy
test with accuracy
of 93% . Whoever 
feels they are prone
to infection or any 
member of their family
please test yourself 
with this kit and save
yours and your family
From this pandemic
 outbreak . 
If u required contact us
 -8989711374
reality :

 } At present, no such kit has been made so that Kovid-19 can be tested at home.  If this happens, there is no need for such a big lab.  The reality is that a self-check kit cannot be sold without government approval and license.  If not destroyed properly after use, it proves very dangerous.

 Spread this message as much as possible so that no person is a victim of fraud.

Plz share




सावधान : कोरोना जांच किट के नाम पर चल रहा ठगी का धंधा

घर बैठे जांच के नाम पर 40 हजार में बेच रहे किट
* ऑनलाइन भुगतान के बाद कोरियर से किट भेजने का दे रहे झासा
* इंदौर, उज्जैन सहित प्रदेशभर के लोगो को किए जा रहे है मैसेज
* हकीकत यह है कि अभी तक ऐसी कोई जाच किट नहीं बनी है
* लाइसेंस और सरकार की मंजूरी के बाद ही लॉन्च होते है प्रोडक्ट 
वायरल मैसेज :
Hey guys, 
Good news for 
M.P. now
Covid-19 Rapid test kit
is available in our state 
also . The test gives you
results instantly just
like diabetic/pregnancy
test with accuracy
of 93% . Whoever 
feels they are prone
to infection or any 
member of their family
please test yourself 
with this kit and save
yours and your family
From this pandemic
 outbreak . 
If u required contact us
 -8989711374

हकीकत : 
}फिलहाल ऐसी कोई किट नहीं बनी है , जिससे घर बैठे कोविड़-19 की जांच की जा सके । ऐसा होता तो इतने बड़े बड़े लैब की जरूरत ही नहीं होती । हकीकत यह है कि शासन की मंजूरी और लाइसेंस के बिना सेल्फ जांच किट नहीं बेची जा सकती है । इस्तेमाल के बाद सही तरीके से नष्ट नहीं किया जाए तो यह बहुत ख़तरनाक साबित होती है । 
       इस मैसेज को ज्यादा से ज्यादा फैलाए ताकि कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार ना हो ।

Monday 6 April 2020

आरोग्य सेतु ऐप पुराने मोबाइल में काम नहीं कर रहा , आई टी एक्सपर्ट गौरव गोपाल ने कहा कि यह ऐप एंड्रॉयड 6.0 से पहले वाले वर्जन के लिए नहीं


कोरोनावायरस से संक्रमित लोगो की गतिविधि पर नजर रखते हुवे अन्य को उनसे दूर रखने की मुहिम के तहत डिजिटल इंडिया के तहत लाए गए आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करने का मैसेज तो देशभर के मोबाइल उपभोक्ताओं को मिल गया । लेकिन बड़ी आबादी इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रही है । 90% से ज्यादा एंड्रॉयड यूजर वाले देश में फिलहाल ज्यादा बड़ी आबादी के एंड्रॉयड मोबाइल में लॉलीपॉप और किटकेट वर्जन है । जबकि मार्समैलो से नीचे वाले एंड्रॉयड मोबाइल में गूगल प्लेस्टोर इसे ढूंढ तक नहीं पा रहा । इसके अलावा ऐप स्टोर पर आईफोन और आईपैड ही इसे ढूंढ पा रहे है ।

हैदराबाद की कंपनी ने बनाई कोविड-19 की वैक्सीन, जानवरो पर परीक्षण शुरू

3 माह बाद इंसानों पर टेस्ट संभव , सफल रहा तो साल के अंत तक बाज़ार में आ सकते है वेक्सिन


 कोरोनावायरस की वैक्सीन बनानें के लिए दुनियाभर में मची होड़ के बीच हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने भी वैक्सीन तेयार करने का दावा किया है । अमेरिका में इसका परीक्षण जानवरो पर शुरू हो चुका है । परीक्षण 3 से 6 माह तक चलेगा । सफल रहा तो भारत में इंसानों पर ट्रायल होगा । सबकुछ सही रहा तो 2020 के अंत तक यह वैक्सीन बाज़ार में आ सकती है ।
      वैक्सीन कि सिर्फ एक बूंद नाक में डालनी p एहोगी । कोरॉफ्लू नाम की यह वैक्सीन कोरोनावायरस के साथ ही फ्लू का भी इलाज करेगी । भारत बायोटेक के सी एम डी डॉक्टर कृष्णा ऐला ने कहा कि कोरोनावायरस नाक से शरीर में जाता है । इसलिए वैक्सीन के लिए भी नाक का रास्ता चुना है , ताकि वायरस पर तेज और गहरा असर हो । 
        कंपनी सालाना 30 करोड़ डोज बनाने की तैयारी में है । उन्होंने बताया कि देश में एनिमल ट्रायल और जीन सिंथेसिस सुविधा नहीं होने के कारण वैक्सीन का जानवरो पर परीक्षण अमेरिका में करवाना पड़ा है । परीक्षण के लिए जरूरी चूहे भी देश में नहीं मिलते । अमेरिका से मंगवाने में दो साल लग जाते । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें वैक्सीन विकसित होने की जानकारी मिली है । सरकार चाहती है कि इस वायरस की वैक्सीन जितनी जल्द हो सके , इस्तेमाल के लिए उपलब्ध हो ।

चालबाज चीन : बुरे वक्त में इटली ने जीवनरक्षक पीपीई दान किए थे ; हालत सुधरे तो अब वहीं इटली को बेच रहा

चालबाज चीन ने कई देशों को डिफेक्टिव मास्क व किट बेचे



वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रभाव दुनियाभर में बढ़ता जा रहा है । इससे निपटने के लिए विकासशील देश अन्य देशों की मदद कर रहे है । लेकिन इस मुश्किल घड़ी में चीन की चालबाज़ी सामने आयी है । ब्रिटेन की मैगज़ीन "द स्पेक्टेटर" के मुताबिक चीन में जब कोरोनावायरस का प्रसार जब चरम पर था तब इटली ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया था । इटली ने चीन को निजी सुरक्षा उपकरण दान किए थे । वहीं अब जब इटली को पी पी ई की सख्त जरूरत है । तो चीन दान में लिए उन्ही उपकरणों को इटली को बेच रहा है । वुहान से फैले वायरस  ने यूरोप में सबसे ज्यादा तबाही इटली में मचाई है । इटली में 15000 से ज्यादा लोग इस वायरस के चलते अपनी जान गवां चुके है । वहा डाक्टरों और नर्सो पर सबसे ज्यादा संकट है ।  "द स्पेक्टेटर" के मुताबिक , इस संकट की घड़ी में मानवता का मुखौटा पहले चीन ने दुनिया को दर्शाया की वह इटली को पी पी ई दान में देगा । लेकिन बाद में चीन की चोका देने वाली बात सामने आई है । कई मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि चीन ने इटली को पी पी ई दान में नहीं दिया बल्कि बेच है । 

Sunday 5 April 2020

कोरोना वायरस की दवा बनाने की उम्मीद बढ़ी , एंटी पेरासाइटिक ड्रग से कामयाबी मिली : ऑस्ट्रेलिया



कोरोनावायरस के पीड़ितो के इलाज के लिए दवा बनाने की उम्मीद बड़ गई है । ऑस्ट्रेलिया के मोनाश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार पहले से मौजूद एंटी पेरासाइटिक ड्रग 48 घंटे में नॉवेल कोरोनावायरस को खत्म कर सकता है । मोनाश यूनिवर्सिटी की सह लेखिका कायली वाग स्टाफ ने कहा हमने पाया कि दवा की एक ही खुराक 48 घंटे में सभी वायरल आर एन ए को खत्म कर सकती है और इससे 24 घंटे में ही आधे से ज्यादा वायरस खत्म हो गए । हालाकि वाग़स्टाफ ने आगाह किया है कि ड्रग का परीक्षण लैब में विकसित वायरस कोशिकाओं पर किया गया है । इंसानों पर इसका परीक्षण किए जाने की जरूरत है । वायरल बीमारियों में आइवर्मेक्टिन को बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है और यह पूरी तरह सुरक्षित दवा है । उन्होंने कहा कि जब कॉरॉना महामारी की कोई मान्य दवा नहीं है । ऐसे में दुनिया में पहले से आइवर्मैक्टिन जैसी दवा है , तो इसे आजमाया जाना चाहिए , जो लोगो के लिए मददगार हो सकती है ।

#stayhome #coronavirus

Saturday 4 April 2020

मंदसौर यूनिवर्सिटी के छात्रों को जिस ज़ूम क्लाउड ऐप से पड़ाया जा रहा था उसके फाउंडर ने प्राइवेसी और सिक्युरिटी को लेकर यूजर्स से मांगी माफी


वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप ज़ूम के फाउंडर और सीईओ एरिक युआन ने प्राइवेसी और सिक्युरिटी खामियों को लेकर दुनियाभर के ज़ूम यूजर्स से माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि वे अगले 90 दिनों में इन खामियों को दूर कर यूजर्स का भरोसा कायम करेंगे । एफ बी आई और सायबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट्स ने ज़ूम ऐप में यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्युरिटी की खामियों को उजागर किया है । पिछले हफ्ते एक ऐप में कहा गया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप में हैकिंग का खतरा है । वहीं कैलिफोर्निया के एक व्यक्ति ने ज़ूम के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया है। उसने आरोप लगाया है कि कंपनी फेसबुक को अवैध रूप से यूजर्स का डेटा बेच रही है। इसी संबंध में युआन ने ब्लॉग पोस्ट में कहा , हम मानते है कि प्राइवेसी और सिक्युरिटी को लेकर हम लोगो की और अपनी ही अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए है । इसके लिए मुझे गहरा दुख है ।
#Plz Uninstall this app (zoom cloud



Friday 3 April 2020

Coronavirus: हवा में भी मौजूद हो सकता है कोरोना वायरस, नई स्टडी में फिर सामने आई यह बात

कोरोना वायरस संक्रमण फैलने को लेकर शुरुआत से यही कहा जा रहा है कि यह सामान्यत: हवा के माध्यम से नहीं फैलता, बल्कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने के दौरान निकले ड्रॉपलेट्स से फैल सकता है। ये ड्रॉपलेट्स यानी द्रव कण हवा के साथ सामने वाले व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं। अब एक नई स्टडी में फिर से इस बात की पुष्टि हुई है कि यह वायरस हवा में भी घूमता हुआ मौजूद हो सकता है। जिस कमरे में कोरोना संक्रमित व्यक्ति ठहरा हो, उसके जाने के बाद भी हवा में कोरोना वायरस मौजूद हो सकते हैं। आइए जानते हैं और क्या कुछ सामने आया इस स्टडी में: 
डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस की हवा में मौजूदगी को लेकर अमेरिका की नेब्रास्का यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह स्टडी की। इसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि मरीज के कमरे से जाने के बाद भी कमरे की हवा में वायरस की मौजूदगी हो सकती है। मरीज के जाने के कई घंटे बाद भी कमरे के वातावरण में काफी मात्रा में वायरस हो सकता है। 
शोधकर्ताओं का कहना है कि अस्पताल के जिस वार्ड में या कमरे में कोरोना के मरीज रह रहे हैं, उसके आसपास, कॉरिडोर वगैरह की हवा में भी वायरस हो सकते हैं। इस स्टडी में बताया गया है कि कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को वायरस से बचने के लिए प्रोटेक्टिव शूट, मास्क, दस्ताने वगैरह कितने जरूरी हैं।
नेब्रास्का यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस स्टडी में उन्होंने 11 मरीजों के कमरों को सैंपल के तौर पर लिया था और पाया कि इन कमरों के भीतर और बाहर की हवा में कोरोना वायरस मौजूद हैं। इस स्टडी को लीड करने वाले संक्रमित रोग विशेषज्ञ और जेम्स लॉलर का कहना था कि हमें जो रिजल्ट मिला है, वह हमारे संदेह की पुष्टि करते हैं। 
जेम्स लॉलर का कहना था कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के कमरे में निगेटिव एयरफ्लो होना जरूरी है। भले ही मरीजों की संख्या कितनी ही अधिक ही क्यों न हो, यह जरूरी है। हालांकि चिकित्सा विशेषज्ञ फिलहाल कोई ऐसा आंकड़ा नहीं दे पाए हैं कि अबतक संक्रमित लोगों में से कितने मरीज हवा, ड्रॉपलेट्स, संक्रमित सतह या फिर संक्रमित के संपर्क में आने से इस वायरस की चपेट में आए। 
ऐसे समय में जब कोरोना का संक्रमण हर दिन बढ़ता जा रहा है, अस्पतालों में मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्यकर्मी पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट की कमी से जूझ रहे हैं। दुनियाभर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर भी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में उनके लिए पीपीई बहुत ही जरूरी है

इससे पहले भी कुछ स्टडी में ये बात सामने आई थी कि कोरोना वायरस सिर्फ मरीज से ही नहीं फैलते, बल्कि ये कई जगहों की सतह पर भी मौजूद हो सकते हैं। बीबीसी की रिपोर्ट में भी विशेषज्ञ ये बता चुके हैं कि मेटल या फिर प्लास्टिक की सतह पर कोरोना वायरस दो से तीन दिनों तक रह सकता है और ऐसे में इन सतहों को छूने पर भी लोग संक्रमित हो सकते हैं। 

एक ऐप जिसके द्वारा पढ़िए मोदीजी का हर एक ट्वीट , अपने स्वास्थ्य के बारे में व अपने आसपास के हर कोरोना संक्रमित व्यक्ति की जानकारी

I recommend Aarogya Setu app to fight against COVID19. Please download and share it using this link Android : https://play.google.com/store/apps/details?id=nic.goi.aarogyasetu
iOS : 

itms-apps://itunes.apple.com/app/id1505825357

 आरोग्य सेतु ऐप से आप अपने आसपास के कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बारे में हर बात जान सकते है । साथ ही अपने स्वास्थ्य से संबंधी हर बात जान सकते है एवं मोदीजी व W.H.O. का हर एक ट्वीट हाथोंहाथ देख सकते है । 

With the Arogya Setu app, you can know everything about the corona infected person around you.  Also you can know everything related to your health and Modiji and W.H.O.  Every single tweet of can be seen by hand.


Plz download it and share this app to your family and friends !! 

#stayhome #stayhealthy 

Wednesday 1 April 2020

कोरोना वायरस के चलते देखिए किस एक्टर/एक्ट्रेस ने कितना डोनेशन (पैसा) दिया


FEELING PROUD TO SHARE THIS ❣️ 
#bollywood

कोरोना वायरस के चलते , IPL रद्द होने पर 3 हजार करोड़ का नुकसान, नहीं मिलेगा क्रिकेटर्स को पैसा, मुश्किल में घरेलू खिलाड़ी

  • COVID-19 की वजह से 14 अप्रैल तक के लिए टला है IPL
  • मौजूदा सत्र पर मंडरा रहा रद्द होने का खतरा
  • टूर्नामेंट रद्द होने पर खिलाड़ियों को नहीं मिलेगा पैसा
  • खेल न होने पर फ्रैंचाइजी खिलाड़ियों का वेतन नहीं देंगे
  • ऐसे में घरेलू खिलाड़ी मुश्लिल में पड़ते दिख रहे हैं

विस्तार :

कोई खेल नहीं तो कोई वेतन नहीं। इस साल आईपीएल में करार करने वाले खिलाड़ियों के साथ भी ऐसा हो सकता है, क्योंकि अभी इसे स्थगित कर दिया गया है। तब तक इसके आगे आयोजित होने की संभावना नहीं है, जब तक BCCI साल के अंत में इसकी वैकल्पिक विंडो तैयार नहीं कर लेता। आईपीएल फ्रैंचाइजी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘आईपीएल भुगतान का तरीका ऐसा है कि टूर्नामेंट शुरू होने से एक हफ्ते पहले 15% राशि दे दी जाती है। टूर्नामेंट के दौरान 65% दी जाती है। बची हुई 20% टूर्नमेंट खत्म होने के बाद निर्धारित समय के अंदर दी जाती है। बीसीसीआई के विशेष दिशानिर्देश हैं। निश्चित रूप से किसी भी खिलाड़ी को अभी कुछ नहीं दिया गया है।’